Wednesday, April 27, 2016

hindi poem ,vo din vo raate

वो दिन वो राते 

वो दिन वो राते  कब आऐगी ,

 जब चिड़ियों की चहचहाहट हमें उठाएँगी 

 मज़्ज़ा तो तब आऐगा  ,

जब बहार निकलने पर सूर्य की रौशनी से हमारा मस्तक चमक जाएगा ,

और एक कदम चलने पर दुनिया  वाह-वाह  करेगी 

हमारी एक अदा के लिए दुनिया  मरेगी 


  वो  दिन वो राते  आऐगी। 

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