hindi poem ,vo din vo raate
वो दिन वो राते
वो दिन वो राते कब आऐगी ,
जब चिड़ियों की चहचहाहट हमें उठाएँगी
मज़्ज़ा तो तब आऐगा ,
जब बहार निकलने पर सूर्य की रौशनी से हमारा मस्तक चमक जाएगा ,
और एक कदम चलने पर दुनिया वाह-वाह करेगी
हमारी एक अदा के लिए दुनिया मरेगी
वो दिन वो राते आऐगी।

this one is nice!
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